आज हमारे देश में Unemployment इतने उच्य सीमा पर है की अब हमें नहीं लगता इससे संभालना आसन है , हमारे प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी जी ने वादा किया था, 2 करोड़ रोजगार हर साल देंगे लेकिन वो ऐसा कर नहीं पाए इसके बदले साल में लाखो रोजगार lost ही हुआ | यानि जो लोग job कर रहे थे उन्हें नौकरी से निकला गया |
ये सब जानने के बाद आपके मन में भी सवाल आत होगा, आखिर वजह क्या है इतने ज्यादा लोग बेरोजगार कैसे हो रहे है | india में Unemployment क्यू बढती जा रही है, भारत में Unemployment क्यू बढ़ रही है , भारत में इतना Unemployment होने के कारण , आखिर क्यू हो रहे है इतने लोग Unemployment , भारत Unemployment का देश होने के वजह |
आइये आज हमें आपको Unemployment के बारे में बताते है वैसे इसके कई वजह है आज के ज़माने के लोग कुछ करना नहीं चाहते साले सब सोचते है मै घर बैठा रहू और सरकार मुझे घर आकर खाना खिलाये | बिना मेहनत हरामी की रोटी सब तोडना चाहते है |
government startup पर कम करने बोल रही मतलब कुछ अपना करो लेकिन ये लोग करेंगे नहीं नौकरी के पीछे भागेंगे अजीब रित है | लोग मालिक नहीं एक नौकर बनना चाहते है | बने भी क्यू न इसमें मेहनत जो नहीं करनी पड़ती न tesnion न रिस्क,मुझे समझ नहीं आती जब इतना भी capecity नहीं है तो जिन्दगी काट क्यू रहे हो |
जिन्दगी जीना सीखो काटना नहीं, government job के पीछे जितना रुपे फौर्म भरने में खर्च करते हो न उतने रुपे से कोई छोटा business कर सकते हो सरकार या दुसरे किसी पर आप बोझ नहीं बनोगे उलटे दुसरे के कंधे के सहारा बन जाओगे , एक Business करने वाले होने से कई लोगो का पेट चलता है | खुद risk नहीं ओगे और नया करोगे नहीं और उम्मीद करोगे भरत परगति नहीं कर रहा इतना पीछे है |
Sorry भावनाओ में बह गया था , मै आज facebook पर एक पोस्ट देखा जो मुझे काफी बढ़िया लगा I Hope आपको भी काफी पसंद आएगा | ये पोस्ट कई ब्लॉग पर है जो मै निचे बताने जा रहा हु but मुझे समझ नहीं आया orignal में किसका content है इसलिए मै उन्हें credit देने में असमर्थ हु |
भारत में इतना Unemployment क्यू बढ़ गई ?
1998 में Kodak में 1,70,000 कर्मचारी काम करते थे और वो दुनिया का 85% फ़ोटो पेपर बेचते थे..चंद सालों में ही Digital photography ने उनको बाज़ार से बाहर कर दिया.. Kodak दिवालिया हो गयी और उनके सब कर्मचारी बेरोजगार होकर Unemployment की श्रेणी में आ गए |
HMT (घडी)
BAJAJ (स्कूटर)
DYNORA (टीवी)
MURPHY (रेडियो)
NOKIA (मोबाइल)
RAJDOOT (बाईक)
AMBASDOR (कार)
इन सभी की गुणवक्ता में कोई कमी नहीं थी फिर भी बाजार से बाहर हो गए!! कारण??? उन्होंने समय के साथ बदलाव नहीं किया.!! आपको अंदाजा है कि आने वाले 10 सालों में दुनिया पूरी तरह बदल जायेगी और आज चलने वाले 70 से 90% उद्योग बंद हो जायेंगे।
चौथी औद्योगिक क्रान्ति में आपका स्वागत है… –
- Uber सिर्फ एक software है। उनकी अपनी खुद की एक भी Car नहीं इसके बावजूद वो दुनिया की सबसे बड़ी Taxi Company है।
- Airbnb दुनिया की सबसे बड़ी Hotel Company है, जब कि उनके पास अपना खुद का एक भी होटल नहीं है, Paytm, ola cabs , oyo rooms जैसे अनेक उदाहरण हैं।
- US में अब युवा वकीलों के लिए कोई काम नहीं बचा है, क्यों कि IBM Watson नामक Software पल भर में ज़्यादा बेहतर Legal Advice दे देता है। अगले 10 साल में US के 90% वकील बेरोजगार हो जायेंगे और Unemployment के श्रेणी में आ जायेंगे … जो 10% बचेंगे… वो Super Specialists होंगे।
- Watson नामक Software मनुष्य की तुलना में Cancer का Diagnose 4 गुना ज़्यादा Accuracy से करता है। ये अलग चर्चा का विषय है कि कैंसर कोई बीमारी है भी या नहीं ..? अब ऐसे समाचारों कि गर्दिश भी है कि 2030 तक Computer मनुष्य से ज़्यादा Intelligent हो जाएगा। हालांकि यह अलग बात है कि कंप्यूटर को इंसान ने ही ईजाद किया है और तमाम लेटेस्ट टेक्नोलॉजी का तैयार करने वाला भी मनुष्य ही है और इस मनुष्य को बनाने वाला हमारा और आपका रब है .
- एक और अचंभित करने वाला सच कि , 2020 के अंत तक चालक रहित (driverless cars) कारें सड़कों पर उतरने लगेंगी। 2025 तक ये एक अकेला आविष्कार पूरी दुनिया को बदलने की शुरुआत कर देगा। हालाँकि विकसित देशों में आज भी Driverless बसें तक चल रही हैं . ये सब से देश में Unemployment बढ़ेगी |
- जी हाँ अब भारत में भी आप Uber जैसे एक Software से कार मंगाएंगे तो कुछ ही क्षणों में एक चालक रहित कार आपके दरवाज़े पे खड़ी होगी…उसे यदि आप किसी के साथ शेयर कर लेंगे तो वो सवारी आपकी बाइक से भी सस्ती पड़ेगी।
- यहाँ हम अपने पाठकों को बता दें कि automobile industry में जितना विकास हुआ है उतना ही car सड़क हादसों में मरने वालों कि संख्या सैकड़ों गुना बढ़ गयी है . मेडिकल इंडस्ट्री में जितना development हुआ है उतना ही तेज़ी से बीमारियों का प्रकोप बढ़ा है .विकास तो तब माना जाता जब दुनिया कि जनता बीमारियों से दूर , सड़क हादसों से दूर , चैन और सुकून कि ज़िंदगी गुज़ार रही होती .और दर्जनों प्रकार के टेक्स तथा क़र्ज़ों से आज़ादी होती , जबकि ऐसा कुछ नहीं है .
- इसी चौथी और अंतिम औद्योगिक क्रांति के चलते अगले 10 बरसों में दुनिया भर की सड़कों से 90% कारें गायब हो जायेंगी , जो बचेंगी वो या तो Electric Cars होंगी या फिर Hybrid…सडकें खाली होंगी, ऑटोमोबिल्स में Petrol की खपत 90% घट जायेगी, जिसका सीधा असर आयल पैदा करने वाले देशों पर भयानक पड़ेगा लगभग सारे अरब देश दिवालिया हो जायेंगे।
- हालांकि उनके दिवालिया होने की एक वजह उनकी ऐश परस्ती , अपनी मज़हबी ज़िम्मेदारी से किनारा करलेना , मज़लूम क़ौमों का साथ न देना , ज़ालिमों के साथ दोस्ती बढ़ाना और रब की दी हुए नेमतों का बेजा खर्च भी रहेगी .
- हालांकि Driverless Cars बनाने वाली कंपनियां दावा करती हैं की Driverless होने के कारण 99% Accidents होने बंद हो जायेंगे.. इस से Car Insurance धन्धा भी बंद हो जाएगा। बेरोजगार हो जायेंगे और Unemployment के श्रेणी में आ जायेंगे
- और ये बात आप भी जानते है अगर घटना नहीं होगी तो doctor का क्लिनिक नहीं चलेगी कितने स्टाप बेरोजगार हो जायेंगे | और Unemployment के श्रेणी में आ जायेंगे | Unemployment
- और उसी तरह इन्शुरन्स की जरुरत ही नहीं पड़ेगी तो इतनी बड़ी बड़ी Insurance company बंद हो जाएगी और उनके यहाँ कम करने वाले स्टाप रोड पर आ जाएगी इससे Unemployment का समस्या और भी बढ़ेगी ही | Unemployment
- ड्राईवर जैसा कोई रोज़गार धरती पे नहीं बचेगा। जब शहरों और सड़कों से 90% Cars गायब हो जायेंगी, तो Traffic और Parking जैसी समस्याएं स्वतः समाप्त हो जायेंगी… क्योंकि Driver less एक कार आज की 20 Cars के बराबर होगी।
भारत बेरोजगारों का देश होने के वजह – Unemployment
आज से 10 या 15 साल पहले ऐसी कोई ऐसी जगह नहीं होती थी जहां STD,PCO न हो। फिर जब सब की जेब में मोबाइल फोन आ गया, तो PCO बंद होने लगे.. फिर उन सब PCO वालों ने फोन का recharge बेचना शुरू कर दिया। अब तो रिचार्ज भी ऑन लाइन होने लगा है।
मेरा मानना है ,आजकल बाज़ार में हर पांच से दसवीं दुकान मोबाइल फोन की है। कहीं सेल है , तो कहीं सर्विस , रिचार्ज है तो कहीं accessories, repair, maintenance इत्यादि । तकनिकी क्षेत्र में दुनिया का अब तक का सबसे बड़ा इंक़लाम मोबाइल फ़ोन और इंटरनेट है ,जिसको फितना इ दज्जाल की शुरुआत भी कहा जारहा है , या यह उसका एक हथ्यार भी कहा जा रहा है .
अब सब Paytm से हो जाता है.. लोग हवाई जहाज़ ,रेल , बस इत्यादि के टिकट भी अपने फोन से ही बुक कराने लगे हैं.. अब पैसे का लेनदेन भी बदल रहा है.. Currency Note की जगह पहले Plastic Money ने ली और अब Digital हो गया है लेनदेन।
लेकिन तेज़ी होते इस Digitalization का अर्थ मैने तो ग़ुलामी निकाला है , उसकी मिसाल ऐसी है की जब आप घर से किसी सफर पर निकलते हैं और घर पर मोबाइल भूल जाते हैं तो आप सर पकड़ लेते हैं और वापस आना ही होता है घर आपको , या कम से कम ज़ेहन से तो मोबाइल नहीं निकलता है ,
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यानी मोबाइल की ग़ुलामी कहीं न कहीं हमारे ज़ेहनो में है , और ultimately इस सबका कण्ट्रोल यहूदी क़ौम के पास है जो आपको ग़ुलाम बनाना चाहती है ताकि वो पूरी दुनिया पर हुकूमत करसके .आज Data यह है की पूरी दुनिया की अर्थवयवस्था , मीडिया और हथियार पर कण्ट्रोल यहूद का ही है .
दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है.. आँख कान नाक खुले रखिये , और हमेशा ज़ेहन में रखिये ये सब तकनिकी विकास और वस्तुओं का स्तेमाल ज़रुरत भर करें , वरना आप विकास की इस परछाई को पकड़ते पकड़ते एक रोज़ मौत के मुंह में जा गिरोगे ।
समय के साथ बदलने के लिए तैयार तो रहे परन्तु अपने रब का बंदा होने और इंसान होने की ज़िम्मेदारियों को पूरा करते रहे तभी ये तकनिकी विकास हमारे लिए फायदेमंद साबित हो सकता है अन्यथा हमेशा के पछतावे के सिवा कुछ नहीं
दुनिया बहुत तेज़ी से बदल रही है.. आँख कान नाक खुले रखिये वरना आप पीछे छूट जायेंगे..। समय के साथ बदलने की तैयारी करें। इसलिए… व्यक्ति को समयानुसार अपने व्यापार एवं अपने स्वभाव में भी बदलाव करते रहना चाहिये। “Time to Time Update & Upgrade” “समयके साथ चलिये और सफलता पाइए “
आपके द्वारा लिखा गया पोस्ट बाकी शानदार है