तेजी से फैल रहा Coronavirus क्या है ? जानें क्या हो सकता है एक से दूसरे इंसान में संक्रमण का खतरा, क्या है Coronavirus ?, क्या हैं इसके लक्षण, क्या हैं इस बीमारी के लक्षण ?,क्या हैं इससे बचाव के उपाय ?
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग सबसे जरूरी चीज यानी कि अपने स्वास्थ्य को ही भूलते जा रहे हैं। अपने सपनों को पूरा करने के लिए स्ट्रगल भरी लाइफ में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना आज कल की व्यक्तियों के लिए काफी मुश्किल होती है। शायद यही कारण है कि भारत उन देशों में से एक है जहां पर वायरस और बीमारियां तेजी से फैलती है।
भारत में डेंगू व प्लेग जैसी कई भयंकर बीमारियां हमला कर चुकी हैं और अब भी बनी हुई हैं । एक सफल जीवन से अधिक जरूरी एक स्वस्थ जीवन होता है। हम सभी को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए और तेजी से फैल रही बीमारियों और उनसे से बचने के तरीके भी मालूम होने चाहिए।
फिलहाल सोशल मीडिया और इंटरनेट पर एक नया नाम सामने आ रहा है जिसको लेकर लोगों में खौफ पैदा हो गया है। यह नाम ‘CoronaVirus’ (कोरोना वायरस) हैं। आप में से कई लोगों ने इसका नाम सोशल मीडिया या फिर किसी व्यक्ति के द्वारा जरूर सुना होगा।
स्वास्थ्य से जुड़े हमारे पिछले लेखों में लोगों ने हमसे इस वायरस के बारे में पूछा। इसके बाद हमने इस वायरस के बारे में अच्छी खासी रिसर्च की और आज आपके सामने कोरोना वायरस पर आधारित एक लेख पेश कर रहे हैं। आज के इस लेख में हम जानेंगे कि ‘Coronavirus क्या है और कोरोना वायरस(Coronavirus) से कैसे बचे’ ? इसके अलावा हम इससे जुड़ी अन्य बातें जैसे कि यह कैसे फैल रहा है वह कहां से शुरू हुआ के बारे में भी बात करेंगे। तो चलिए शुरू करते हैं।
कोरोना वायरस (Coronavirus) क्या हैं? CoronaVirus Kya Hai ?
कोरोना वायरस(Coronavirus) चाइना से फैला हुआ एक खतरनाक वायरस हैं। कोरोना वायरस जानवरो से इंसानों में फैला हैं। इस तरह के अधिकतर वायरस जानवरों और पक्षियों के द्वारा ही फैलते हैं। चाइना के एक Seafood Market जहा पर पशुओं का व्यापार किया जाता था, वहा पर यह वायरस तेजी से इंसानों में फैल गया।
कोरोना वायरस कोई एक वायरस नहीं हैं बल्कि यह Viruses की एक Family हैं। यह मुख्यतः Birds और Mammals में से आता हैं। काफी सारी Health Organizations इस वायरस को जानलेवा साबित कर चुकी हैं। कोरोना वायरस बुखार और हल्की ठंड से लेकर निमोनिया जैसी घातक बीमारियां कर सकता हैं। कोरोना वायरस को हल्के में लेने की भूल नहीं करनी चाहिये क्योंकि याद जानलेवा भी साबित हो सकता हैं।
इस वायरस का नाम इसके Shape के according पर रखा गया है जो इसके चारों ओर Protrusions के साथ एक Crown (मुकुट) की तरह दिखता हैं। हाल ही में चीन में एक बाजार से कोरोना वायरस फैल गया। इसके चलते कुछ लोगो की मौत भी हो चुकी है और साथ में यज वायरस हजारो को इन्फेक्ट कर चुका हैं।
- Computer Myths In Hindi
- Top 20 Wifi Safety Tips in Hindi
- Top 10 Mobile Banking Security/Safety Tips In Hindi
CoronaVirus को रोकने के लिए सरकार क्या कर रही है ? CoronaVirus Soulution in Hindi
Coronavirus तेज से फैल रहा है और इसके चलते इसे रोकने के लिए सभी देशों की सरकारों द्वारा प्रयास किया जा रहा हैं। चीन ने अपनी Wuhan City जहा से यह वायरस फैला हैं उसे lockdown कर दिया हैं। इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई सारी Outgoing Flights को तक सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा Urban Transport कंपनी को भी शट डाउन कर दिया गया है।
CoronaVirus से बचने के उपाय,कोरोना वायरस से कैसे बचे ?
कोरोना वायरस एक जानलेवा वायरस है तो ऐसे में इससे बचना काफी जरूरी है। इस वायरस से बचने के लिए World Health Organization की वेबसाइट पर कुछ तरीके बताये गए हैं, जो निम्न हैं :
- शराब या फिर अल्कोहल से जुड़ी किसी भी चीज के उपयोग के बाद हाथ को साबुन से रगड़ कर धोए।
- अगर आप कोरोना वायरस से बचना चाहते हैं तो खाँसते और छीकते समय एक ही रुमाल का इस्तेमाल ना करे। इसके लिए tissue का इस्तेमाल करे और उपयोग के बाद उसे तुरंत फेंक दे।
- अगर आपके आसपास किसी को बुखार या फिर कफ हैं तो उससे दूर रहने में ही भलाई हैं।
- अगर आप को बुखार या फिर खांसी आदि है तो जल्द अपने डॉक्टर की सलाह ले और अपना अच्छे तरीके से चेकअप करें। अपनी डॉक्टर को अपनी पिछली ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में बताएं।
- बाजार आदि में घूमते समय जानवरों से दूरी बनाए रखें और ऐसी जगह पर भी ना घूमे जहां पर कोरोनावायरस का प्रभाव हो।
- अगर आप मांसाहारी हो तो जानवरों के मांस को खाते समय इस बात को ध्यान रखें कि वह पूरी तरह से शुद्ध होना चाहिए। शाकाहारियों के लिए भी दूध और जानवरों से प्राप्त अन्य उत्पादों से सावधान रहने की जरूरत है।
कोविड-19 बीमारी किस वायरस के कारण होता है ?
कोरोनावायरस (Coronavirus) कई प्रकार के विषाणुओं (वायरस) का एक समूह है जो स्तनधारियों और पक्षियों में रोग उत्पन्न करता है। यह आरएनए वायरस होते हैं। इनके कारण मानवों में श्वास तंत्र संक्रमण पैदा हो सकता है जिसकी गहनता हल्की (जैसे सर्दी-जुकाम) से लेकर अति गम्भीर (जैसे, मृत्यु) तक हो सकती है।
कोरोनावायरस कैसे फैलता है ?
यूनीसेफ की बेवसाइट के मुताबिक यह वायरस किसी पीड़ित व्यक्ति के खांसने या छींकने से सांस के कणों/बूंदों के सीधे संपर्क में आने से या वायरस से संक्रमित सतह को छूने से फैलता है। कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति खांसता, छीकता है या सांस छोड़ता है तो उसके नाक या मुंह से निकली छोटी बूंदों से यह रोग दूसरे में फैल सकता है। ये बूंदें उस व्यक्ति के आस-पास की दूसरी चीजों और सतहों पर भी गिर सकती है। दूसरा व्यक्ति उस सामान या सतह के संपर्क में आने के बाद अपने मुंह, नाक या आंख को छूने से भी फैलता है।
अगर हमें कोविड-19 के लक्षण हों या हमें लगे कि हम कोविड-19 संक्रमण के दायरे में आ गए हैं तो हमें क्या करना चाहिए ?
अगर आपको कोविड-19 के लक्षण हैं तो आप घर पर ही रहें और दूसरों से जहां तक हो सके दूरी बनाए रखें। अगर आपको लगता है कि आप कोविड-19 के संक्रमण के दायरे में आ गए हैं और बुखार या कफ और सांस लेने में परेशानी जैसे दूसरे लक्षण पैदा हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कोविड-19 का इलाज कैसे किया जाता है ?
अधिकांश लोगों में केवल हल्के लक्षण होते हैं और घर पर देखभाल की जाए। लेकिन कुछ लोग बहुत बीमार हो सकते हैं और उन्हें अस्पताल में इलाज की आवश्यकता होती है। अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों के लिए, चिकित्सीय टीम उनके फेफड़ों की निगरानी और इलाज कर सकती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन बनी रहे।
क्या कोरोनावायरस महामारी हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है ?
कोरोना वायरस महामारी लोगों को शारीरिक और मानिसक दोनों रूपों से प्रभावित कर रही है। कोरोना की पहली लहर के बाद से लोगों का ज्यादा समय घरों में ही बीत रहा है। इस दौरान दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलना भी कम हो गया है। इस एकांत का असर लोगों को मानसिक स्वास्थ्य पर भी देखने को मिल रहा है।
कोवैक्सीन कोविड-19 वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स क्या हैं ?
कोवैक्सीन के हल्के साइड इफेक्ट्स हैं. इनमें इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द, सूजन, लाल निशान, खुजली, ऊपरी बांह में कठोरता, इंजेक्शन लगे हाथ में कमजोरी, शरीर में दर्द, सिरदर्द, बुखार, अस्वस्थता, कमजोरी, चकत्ते, मतली, उल्टी शामिल है. >> कंपनी ने कहा कि बहुत कम संभावना है कि टीका गंभीर एलर्जी रिएक्शन का कारण बनता है ।
कोविड-19 के लिए बुखार की सीमा क्या है ?
कोविड-19 के लिए कोई विशिष्ट बुखार सीमा नहीं हैं। आमतौर पर, 100.4°F का उपयोग यह कहने के लिए किया जाता है कि किसी को बुखार है या नहीं। हालाँकि, यह संख्या केवल एक दिशानिर्देश है। इसके अलावा, बुखार अपने आप में कोविड-19 का विश्वसनीय लक्षण नहीं है।
अगर मुझे बुखार या अन्य लक्षण नहीं है तो क्या मैं कोविड-19 फैला सकता हूं ?
हां कोविड-19 फैलाना संभव है, भले ही आपको बुखार या अन्य लक्षण न हों। एक प्रयोगशाला परीक्षण यह निर्धारित कर सकता है कि आप में वह वायरस है कि नहीं जिसके कारण कोविड-19 होता है।CDC से कोविड-19 के परीक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त करें ।
अगर मुझे पहले ही कोविड -19 हो चुका है और मैं ठीक हो गया हूं, तो क्या मुझे अभी भी कोविड -19 का टीका लगवाने की जरूरत है ?
जी हां, भले ही आप कोविड-19 से संक्रमित हो चुके हों, फिर भी आपको कोविड-19 का टीका लगवाना चाहिए। टीका अभी भी बीमारी के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया विकसित करने में मदद करेगा। लेकिन टीका लगवाने से पहले यह सुनिश्चित करें कि कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद आपको तीन 3 महीने तक इंतजार करें।
क्या मुझे अपने कोविड-19 टीके की पहली और दूसरी खुराक के लिए एक ही टीका लगवाने की आवश्यकता है ?
जी हाँ। भारत में वर्तमान में उपलब्ध टीके आपस में बदले नहीं जा सकते हैं। तो, आपको टीके की दूसरी खुराक वही लेनी जरूरी है जो पहली बार ली गई थी। आपका टीकाकरण पंजीकरण (CoWIN पोर्टल के माध्यम से) भी यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आपको दोनों खुराक एक ही टीके की मिलें।
कोविड-19 के लक्षण क्या हैं ?
कोविड-19 के मुख्य लक्षण बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है। बीमार को थकान, बदन दर्द और नाक जाम होना, गले में खराश, स्वाद या सूघने की क्षमता घटना और उल्टी-दस्त की समस्या भी हो सकती है।
क्या वैक्सीन की दूसरी डोज लेना आवश्यक ?
हाँ, यह सलाह दी जाती है कि टीकाकरण के पूर्ण लाभ के लिए टीके की दोनों डोज लेनी चाहिए। दोनों डोज एक ही प्रकार के टीके की होनी चाहिए।
क्या मैं कोविड-19 महामारी के दौरान अपने घर से बाहर जा सकता हूं ?
हां, आप व्यायाम करने, टहलने, प्रकृति का आनंद लेने या बाइक चलाने के लिए बाहर जा सकते हैं, लेकिन दूसरों से कम से कम 6 फीट दूर रहकर, सोशल डिस्टेंसिंग को बनाए रखना सुनिश्चित करें।
हम बच्चों को कोविड-19 के दौरान सामाजिक दूरी के बारे में कैसे समझाएं ?
बताएं कि बीमार होने या किसी और पर रोगाणु के प्रसार को रोकने का सबसे अच्छा तरीका, अन्य लोगों से सुरक्षित दूरी बनाए रखना है। रोगाणु बहुत छोटे होते हैं इसलिए हम उन्हें देख नहीं सकते हैं। एक खांसी या छींक हवा के माध्यम से 6 फीट तक रोगाणुओं को फैला सकती है। वे दरवाजे के हैंडल या फ़ोन जैसी सतहो पर भी हो सकते हैं।
कोविड-19 का इलाज कैसे किया जाता है ?
अधिकांश लोगों में केवल हल्के लक्षण होते हैं और घर पर देखभाल की जाए। लेकिन कुछ लोग बहुत बीमार हो सकते हैं और उन्हें अस्पताल में इलाज की आवश्यकता होती है। अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों के लिए, चिकित्सीय टीम उनके फेफड़ों की निगरानी और इलाज कर सकती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनके शरीर में पर्याप्त ऑक्सीजन बनी रहे।
क्या कोविड-19(Coronavirus) टीका लगवाने के कोई दुष्प्रभाव हैं ?
कोविड-19 टीकाकरण आपको कोविड-19 से बचाने में मदद करेगा। टीकाकरण करवाने के बाद आपको कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं, जो सामान्य संकेत हैं कि आपका शरीर सुरक्षा आवरण का निर्माण कर रहा है। आम तौर पर इन लक्षणों में इंजेक्शन की जगह पर दर्द व सूजन होना और फ्लू के लक्षण जैसे बुखार, ठंड लगना, थकान और सिरदर्द शामिल हैं।
अगर कोई कैंसर, डायबिटीज, हाइपरटेंशन आदि की दवाएं ले रहा हो, तो क्या उसे कोविड – 19 की वैक्सीन लेना चाहिए ?
हाँ, एक या एक से अधिक ऐसी बीमारियों से ग्रस्त लोग उच्च जोखिम की श्रेणी में आते हैं! उन्हें कोविड – 19 का टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए!
क्या मैं प्रत्येक टीकाकरण केंद्र में लगाई जा रही टीके की जांच कर सकता हूं ?
हां, टीकाकरण के लिए अपॉइंटमेंट शेड्यूल करते समय, सिस्टम आपको टीकाकरण केंद्र के नाम के साथ उस वैक्सीन का नाम दिखाएगा जिसे लगाया जाना है।
क्या वैक्सीन का पहला डोस लगने के साथ ही आप कोविड-19 वायरस के इंफेक्शन से सुरक्षित हो जाएंगे ?
इस सवाल का सीधा जवाब है, नहीं. वैक्सीन का पहला टीका लगने के साथ ही आप कोविड-19 वायरस के इंफेक्शन से सुरक्षित नहीं हो जाएंगे. वैक्सीन का पूरा प्रभाव दोनों इंजेक्शन लगने के बाद ही सामने आता है. वह भी दूसरा टीका लगने के फौरन बाद नहीं, बल्कि उसके करीब दो हफ्ते बाद ।
टीकाकरण से होने वाले दुष्प्रभाव के मामले में मैं किससे संपर्क करूँ ?
आप निम्नलिखित में से किसी पर संपर्क कर सकते हैं: अ) हेल्पलाइन नंबर: +91-11-23978046 (टोल फ्री – 1075) ब) तकनीकी हेल्पलाइन नंबर: 0120- 4783222 सलाह के लिए आप उस टीकाकरण केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं जहां आपने टीकाकरण लिया था।
कोविड-19 के लक्षण क्या हैं?
कोविड-19 के मुख्य लक्षण बुखार, खांसी और सांस लेने में समस्या है। बीमार को थकान, बदन दर्द और नाक जाम होना, गले में खराश, स्वाद या सूघने की क्षमता घटना और उल्टी-दस्त की समस्या भी हो सकती है।
क्या मुझे अपने कोविड-19 टीके की पहली और दूसरी खुराक के लिए एक ही टीका लगवाने की आवश्यकता है ?
जी हाँ। भारत में वर्तमान में उपलब्ध टीके आपस में बदले नहीं जा सकते हैं। तो, आपको टीके की दूसरी खुराक वही लेनी जरूरी है जो पहली बार ली गई थी। आपका टीकाकरण पंजीकरण (CoWIN पोर्टल के माध्यम से) भी यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि आपको दोनों खुराक एक ही टीके की मिलें।
क्या वैक्सीन की दूसरी डोज लेना आवश्यक ?
हाँ, यह सलाह दी जाती है कि टीकाकरण के पूर्ण लाभ के लिए टीके की दोनों डोज लेनी चाहिए। दोनों डोज एक ही प्रकार के टीके की होनी चाहिए।
क्या दूसरी डोज के लिए अपॉइंट को-विन सिस्टम द्वारा स्वत: बुक हो जाएगा ?
नहीं, आपको दूसरी डोज के टीकाकरण के लिए अपॉइंटमेंट लेना होगा। Co-WIN सिस्टम आपको एक टीकाकरण केंद्र में अपॉइंटमेंट बुक करने में मदद करेगा जहां पहले दिए गए डोज की वैक्सीन के प्रकार (COVAXIN, COVISHIELD या SPUTNIK V) लगाए जा रहे हैं।
मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा टीकाकरण विवरण सिस्टम में सही ढंग से दर्ज किया गया ?
टीकाकरण की सफल रिकॉर्डिंग पर आपके पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक पुष्टिकरण एसएमएस भेजा जाता है। साथ ही, प्रशासित डोज के विवरण के साथ आपका टीकाकरण प्रमाणपत्र तैयार किया जाता है। आपको टीकाकरण प्रमाण पत्र में दर्ज विवरण की जांच करनी चाहिए। यदि आपको पुष्टिकरण एसएमएस नहीं मिलता है, तो आपको तुरंत टीकाकरण दल/केंद्र प्रभारी से संपर्क करना चाहिए।
कोविड-19 के दौरान क्या परिवार के सभी सदस्य एक ही थर्मामीटर का उपयोग कर सकते हैं ?
परिवार के सभी सदस्य एक ही थर्मामीटर का उपयोग कर सकते हैं अगर इसे ठीक से साफ किया जाए। सुनिश्चित करें कि आप अपने हाथों को साफ करें और रोगाणु फैलाने से बचने के लिए सतहों को कीटाणुरहित करें।
क्या मैं वैक्सीन की कीमत की चेक कर सकता हूं ?
हां, अपॉइंटमेंट शेड्यूल करते समय सिस्टम टीकाकरण केंद्र के नाम के नीचे टीके की कीमत दिखाएगा।
अगर हमें कोविड-19 के लक्षण हों या हमें लगे कि हम कोविड-19 संक्रमण के दायरे में आ गए हैं तो हमें क्या करना चाहिए ?
अगर आपको कोविड-19 के लक्षण हैं तो आप घर पर ही रहें और दूसरों से जहां तक हो सके दूरी बनाए रखें। अगर आपको लगता है कि आप कोविड-19 के संक्रमण के दायरे में आ गए हैं और बुखार या कफ और सांस लेने में परेशानी जैसे दूसरे लक्षण पैदा हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
क्या मैं दूसरे राज्य/जिले में दूसरी खुराक या एहतियाती खुराक के साथ टीका लगवा सकता हूं?
हां, आप किसी भी राज्य/जिले में टीका लगवा सकते हैं। केवल प्रतिबंध यह है कि आप केवल उन्हीं केंद्रों पर टीका लगवा सकेंगे जो वही टीका दे रहे हैं जो आपको आपकी पहली खुराक पर दिया गया था।
क्या कोविड टीकाकरण स्थल पर किसी प्रकार के बचाव और सावधानियों की ज़रुरत है ?
हम आपसे कोविड – 19 की वैक्सीन लेने के बाद कम से कम आधा घंटा तक टीकाकरण केंद्र पर आराम करने का अनुरोध करते हैं | इसके उपरांत अगर आप किसी तरह की बेचैनी या असुविधा महसूस करते हैं तो अपने नज़दीकी स्वास्थ्य पदाधिकारी / ए एन एम / आशा को सूचित करें!
कोविड उपयुक्त व्यव्हार का निरंतर पालन करना याद रखें, जैसे मास्क पहनना, हाथों की स्वच्छता और शारीरिक दूरी (या 6 फ़ीट या दो गज)
मुझे टीकाकरण प्रमाणपत्र की आवश्यकता क्यों ?
सरकार द्वारा जारी एक COVID वैक्सीन सर्टिफिकेट (CVC) लाभार्थी को टीकाकरण, इस्तेमाल किए गए टीके के प्रकार पर एक आश्वासन प्रदान करता है, और प्रमाण पत्र अगले टीकाकरण के कारण भी प्रदान करता है। यह लाभार्थी के लिए किसी भी संस्था को साबित करने का एक प्रमाण भी है। जिसके लिए विशेष रूप से यात्रा के मामले में टीकाकरण के प्रमाण की आवश्यकता हो सकती है। टीकाकरण न केवल व्यक्तियों को बीमारी से बचाता है, बल्कि उनके वायरस के फैलने के जोखिम को भी कम करता है। इसलिए, भविष्य में कुछ प्रकार की सामाजिक बातचीत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने की आवश्यकता हो सकती है यात्रा। इस संदर्भ में को-विन द्वारा जारी प्रमाण पत्र में प्रमाण पत्र की वास्तविकता की गारंटी के लिए सुरक्षा विशेषताओं का निर्माण किया गया है जिसे को-विन पोर्टल में प्रदान की गई अनुमोदित उपयोगिताओं का उपयोग करके डिजिटल रूप से सत्यापित किया जा सकता है। प्रमाणपत्रों को Verify.cowin.gov.in पर जाकर और क्यूआर कोड को स्कैन करके सत्यापित किया जा सकता है।
मैं टीकाकरण प्रमाणपत्र कहां से डाउनलोड कर सकता हूं ?
आप सरल तरीकों का पालन करके CoWIN पोर्टल (cowin.gov.in), आरोग्य सेतु ऐप या डिजी-लॉकर के माध्यम से टीकाकरण प्रमाणपत्र डाउनलोड कर सकते हैं। आप पंजीकरण के समय उपयोग किए गए मोबाइल नंबर का उपयोग करके ऐसा कर सकते हैं।
टीकाकरण के लिए पंजीकरण हेतु क्या कोई मोबाइल ऐप इन्स्टॉल करने की आवश्यकता ?
आरोग्य सेतु और उमंग ऐप को छोड़कर भारत में टीकाकरण के लिए पंजीकरण के लिए कोई अधिकृत मोबाइल ऐप नहीं है। आपको Co-WIN पोर्टल cowin.gov.in पर लॉग इन करना होगा। वैकल्पिक रूप से, आप आरोग्य सेतु ऐप या उमंग ऐप के माध्यम से भी टीकाकरण के लिए पंजीकरण कर सकते हैं।
क्या मैं आधार कार्ड के बिना टीकाकरण के लिए पंजीकरण कर सकता हूं ?
हां, यदि आप 18 वर्ष या उससे अधिक (जन्म वर्ष 2004 या उससे पहले) हैं, तो आप निम्नलिखित में से किसी भी आईडी प्रूफ का उपयोग करके को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं: आधार कार्ड ड्राइविंग लाइसेंस पैन कार्ड पासपोर्ट पेंशन पासबुक एनपीआर स्मार्ट कार्ड मतदाता पहचान पत्र (ईपीआईसी) विशिष्ट विकलांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी) फोटो वाला राशन कार्ड यदि आपकी आयु 15 – 18 वर्ष (जन्म वर्ष 2005, 2006 या 2007) है, तो आप निम्नलिखित में से किसी भी आईडी प्रमाण का उपयोग करके को-विन पोर्टल पर पंजीकरण कर सकते हैं ।
क्या दूसरी डोज के लिए अपॉइंट को-विन सिस्टम द्वारा स्वत: बुक हो जाएगा ?
नहीं, आपको दूसरी डोज के टीकाकरण के लिए अपॉइंटमेंट लेना होगा। Co-WIN सिस्टम आपको एक टीकाकरण केंद्र में अपॉइंटमेंट बुक करने में मदद करेगा जहां पहले दिए गए डोज की वैक्सीन के प्रकार (COVAXIN, COVISHIELD या SPUTNIK V) लगाए जा रहे हैं।
क्या दूसरी खुराक या एहतियाती खुराक के लिए दोबारा पंजीकरण कराना जरूरी है ?
नहीं, Co-WIN पर लाभार्थी अकाउंट के लिए केवल एक बार रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता है। इसके बाद, अपॉइंटमेंट ऑनलाइन या ऑनसाइट दोनों तरह से बुक किए जा सकते हैं, और उसी अकाउंट से टीकाकरण का लाभ उठाया जा सकता है। एक लाभार्थी को केवल एक बार रजिस्ट्रेशन करना चाहिए ताकि उचित रिकॉर्ड बनाए रखा जा सके। भविष्य में समस्याओं से बचने के लिए पंजीकरण एक सक्रिय मोबाइल नंबर के माध्यम से करने की सलाह दी जाती है।
Co-WIN पोर्टल में एक मोबाइल नंबर से कितने लोगों को पंजीकृत किया जा सकता है ?
एक ही मोबाइल नंबर का उपयोग करके 4 लोगों तक टीकाकरण के लिए पंजीकरण कराया जा सकता है।
क्या मैं अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकता हूं ?
कोई भी व्यक्ति जिसने टीकाकरण की दोनो डोज प्राप्त कर ली है, वह अंतर्राष्ट्रीय यात्रा प्रमाणपत्र के लिए आवेदन कर सकता है।
मेरी उम्र 60 वर्ष है और मैं एक या अधिक रोग से ग्रस्त हूँ। क्या एहतियाती खुराक लेते समय मुझे इसका कोई प्रमाण पत्र प्रमाण या डॉक्टर के सलाह प्रमाण (नुस्खे / पत्र) जमा करने की आवश्यकता है ?
नहीं, प्रीकॉशन डोज लेते समय आपको सह-रुग्णता या डॉक्टर के सलाह प्रमाण पर कोई दस्तावेज़ प्रमाण ले जाने या जमा करने की आवश्यकता नहीं है। हालांकि, यह सलाह दी जाती है कि एहतियाती खुराक चिकित्सकीय सलाह के बाद ही ली जानी चाहिए।
मैं डिजिलॉकर से कोविड टीकाकरण प्रमाणपत्र कैसे प्राप्त कर सकता हूं ?
आप स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत स्वास्थ्य श्रेणी के अंतर्गत डिजिलॉकर में टीकाकरण प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। कोविड वैक्सीन सर्टिफिकेट पर क्लिक करें और सर्टिफिकेट एक्सेस करने के लिए बेनिफिशियरी रेफरेंस आईडी डालें।
मैंने ऑन-स्पॉट पंजीकरण के माध्यम से कोविड टीकाकरण की पहली डोज ली है। जब मैंने दूसरी डोज ऑनलाइन बुक करने की कोशिश की, तो उसने मुझे पहली खुराक के लिए अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने के लिए कहा। क्या करें ?
कृपया सुनिश्चित करें कि आपने उसी मोबाइल नंबर का उपयोग करके साइन इन किया है जिसके माध्यम से आपने पहली डोज के लिए पंजीकरण किया है। ऐसे मामले में आपका पहला टीका रिकॉर्ड आपके डैशबोर्ड पर दिखाई देगा और आप दूसरी डोज के लिए अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए आगे बढ़ सकते हैं।
मैं निकटतम टीकाकरण केंद्र कैसे ढूंढ सकता हूं ?
आप Co-WIN पोर्टल (या आरोग्य सेतु या उमंग) में मानचित्र, पिन कोड या राज्य और जिले का चयन करके अपने निकटतम टीकाकरण केंद्र खोज सकते हैं।
क्या भारत में पूर्ण कोविड-19 टीकाकरण वाले लोगों को सामाजिक परिवेश में मास्क पहनना जारी रखने की आवश्यकता है ?
जी हाँ। बिल्कुल। भले ही विशेषज्ञ कोविड-19 टीका लगवाने के बाद वास्तविक जीवन की परिस्थितियों को जानकर उस सुरक्षा के बारे में अधिक समझ पा रहे हैं फिर भी यह सभी के लिए महत्वपूर्ण होगा कि इस महामारी को रोकने में मदद करने के लिए हमारे पास उपलब्ध सभी उपकरणों का उपयोग करना जारी रखें।
कोरोनोवायरस महामारी के दौरान तनाव को कैसे कम कर सकता है ?
डॉक्टर देसाई सलाह देते हैं कि इस वक़्त अपना ध्यान बंटाना ज़रूरी है. इसके लिए ख़ुद को दूसरे कामों में व्यस्त रखें. दोस्तों और परिजनों से बातचीत करते रहें या अपने मनपसंद काम में ध्यान लगाएं. कुछ लिखना भी इस दौरान सुकून दे सकता है ।
क्या सभी टीकाकरण केंद्रों पर टीकाकरण निःशुल्क है ?
नहीं, वर्तमान में सरकारी अस्पतालों में टीकाकरण निःशुल्क है। निजी सुविधाओं में, टीकाकरण की कीमत कोविशील्ड के लिए 780 रुपये, कोवैक्सिन के लिए 1,410 रुपये और स्पुतनिक वी के लिए 1145 रुपये है।
टीकाकरण से होने वाले दुष्प्रभाव के मामले में मैं किससे संपर्क करूँ ?
आप निम्नलिखित में से किसी पर संपर्क कर सकते हैं: अ) हेल्पलाइन नंबर: +91-11-23978046 (टोल फ्री – 1075) ब) तकनीकी हेल्पलाइन नंबर: 0120- 4783222 सलाह के लिए आप उस टीकाकरण केंद्र से भी संपर्क कर सकते हैं जहां आपने टीकाकरण लिया था।
So Guys, उम्मीद है कि कोरोनावायरस पर आधारित हमारा आज का यह पोस्ट ‘कोरोनावायरस क्या है और इससे कैसे बचें’ आपको पसंद आया होगा और हमारे सवाल जवाब वाले list को पढ़कर आपके मन में चल रहे सभी सवाल ख़त्म हो गए होंगे, अगर फिर भी कोई सवाल बचा है तो आप हमें नीचे comment करे । अगर आप आगे भी ऐसे ही अन्य रोचक पोस्ट पढ़ते रहना चाहते हैं तो हमे फॉलो करना न भूले और इस article को अपने दोस्तों के साथ और सोशल मीडिया पर share करना ना भूले धन्यवाद ।
Good post thank you sir
welcome
बहुत ही बढ़िया जानकारी दी है ।
आपका धनयबाद
Nice article sir
धन्यबाद आपका