ITU (International Telecommunication Union) क्या है, पूरी जानकारी आसान भाषा में

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अगर आप अंतरराष्ट्रीय एजेंसीज के बारे में जानने में रुचि रखते हो तो आपने कभी ना कभी ITU का नाम जरुर सुना होगा तो ऐसे में आपके दिमाग में इससे संबंधित कई प्रश्न आए होंगे कि आखिर आईटीयू क्या है (ITU Kya Hai), आईटीयू का उद्देश्य क्या है, आईटीयू के सेक्टर आदि! अगर हाँ, तो आप बिल्कुल सही जगह पर हो क्योंकि इस लेख में हम आपको ITU (International Telecommunication Union) की पूरी जानकारी आसान भाषा में देने वाले हैं जिससे कि आप आसानी से समझ सके की आखिर यह आईटीयू है क्या चीज!

ITU (International Telecommunication Union) क्या है?

इस लेख में हम आपको आईटीयू की पूरी जानकारी देने वाले हैं और बताने वाले हैं कि आखिर आईटीयू क्या है (ITU Kya Hai) और इसके सेक्टर क्या है तो ऐसे में सबसे पहले जो सवाल आता है वह यह है कि आखिर ITU (International Telecommunication Union) क्या है? तो जानकारी के लिए बता दे की इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन अर्थात आईटीयू यूनाइटेड नेशंस के द्वारा बनाई गई एक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी है और जैसा कि इसके नाम से ही पता लगता है, यह टेलीकम्युनिकेशन के क्षेत्र में कार्य करती है।

अगर आप सरल भाषा में समझाना चाहते हो कि आईटीयू क्या है (ITU Kya Hai) तो जानकारी के लिए बता देगी इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन अर्थात आईटीयू यूनाइटेड नेशंस के अंतर्गत कार्य करने वाली एक एजेंसी है जो इनफॉरमेशन और कम्युनिकेशन से संबंधित कई प्रकार के मुद्दों के लिए रिस्पांसिबल है! 17 में 1965 को इसकी स्थापना इंटरनेशनल टेलीग्राफ यूनियन के रूप में हुई थी परंतु बाद में इसे बदलकर इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन कर दिया गया। यह सबसे पुरानी यूएन एजेंसी के रूप में भी देखी जाती है।

ITU (International Telecommunication Union) का उद्देश्य

अगर आप International Telecommunication Union को सटीक रूप से समझना चाहते है तो केवल ITU Kya Hai जानना काफी नहीं है, इसके लिए आपको यह भी जानना होगा की आखिर ITU (International Telecommunication Union) का उद्देश्य क्या है, तो जानकारी के लिए बता दे की International Telecommunication Union का उद्देश्य दुनिया भर के देशों में Telegraphic Networks कनेक्ट करने में मदद करना है जिससे की सभी देशों को उपयुक्त संचार सुविधाएं मिल पाए।

जैसे ही टेक्नॉलजी का विस्तार हुआ तो इंटरनेशनल टेलीग्राफ यूनियन का नाम बदलकर International Telecommunication Union कर दिया गया जो इसका वर्तमान नाम हैं। ITU रेडियो स्पेक्ट्रम के शेयर्ड ग्लोबल यूज को प्रमोट करता है। यह डेवलपिंग दुनिया के टेलकम्यूनिकैशन इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए काम करता है। दुनिया भर के कई देशों मे टेलेकम्युनिकेशन के विस्तार में ITU ने एक अहम भूमिका निभाईं है। Broadband Internet, Wireless Technologies जैसे कई एरियाज में ITU एक्टिव हैं।

ITU (International Telecommunication Union) का इतिहास

इस लेख में हम International Telecommunication Union की पूरी जानकारी दे रहे है तो ऐसे में यह बेहद ही जरूरी है की आपको इससे संबंधित इतिहास के बारे में पता हो जिसका एक मुख्य कारण यह भी है की किसी भी इंटरनेशनल एजेंसी की जानकारी तभी पूरी होती है जब आपको उससे संबंधित इतिहास के बारे में जानकारी हो अन्यथा आपका ज्ञान अधूरा होता है। अगर बात की जाए International Telecommunication Union के इतिहास के बारे में तो ITU आज के समय में दुनिया की सबसे पूरा अब भी चल रही एजेंसियों में से एक है।

ITU आज के समय में दुनिया में अब भी ऑपरेट कर रही दूसरी सबसे पुरानी ऑर्गनाइजेशन है जो Central Commission for Navigation on the Rhine के बाद दूसरे नंबर पर आती है। शुरुआत में इसे International Telegraph Union के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर International Telecommunication Union जब यह UN के साथ जोड़ दी गई। इसकी स्थापना 17 May 1865 हुई थी जिसके बाद 1932 में इसे इसका नाम मिला और उसके बाद यह धीरे धीरे 193 देशों मे ऑपरेट करने लगी।

ITU (International Telecommunication Union) के सेक्टर

अगर आप ITU अर्थात International Telecommunication Union की पूरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हो तो इसके लिए केवल ITU Kya Hai, ITU का उद्देश्य और ITU का इतिहास जानना ही काफी नहीं है बल्कि आपको साथ में यह भी जानना होगा की आखिर ITU किन सेक्टर्स में काम करता है अर्थात इसके Operating Sector कौनसे है, तो ऐसे में अगर आप नहीं जानते की ITU (International Telecommunication Union) के सेक्टर काउंसे है तो जानकारी के लिए बता दे की वह कुछ इस प्रकार है:

Radio communication (ITU-R) : आईटीयू जिन क्षेत्रों में काम करतअ है उनमें से सबसे पहला क्षेत्र हैं Radio communication का जीसे आईटीयू के साथ जोड़कर ITU-R कहा जाता है। यह विश्व भर में Radio-frequency Spectrum और Satellite Orbit Resources को मैनेज करने के काम करता है।

Standardization (ITU-T) : दूसरा महत्वपूर्ण सेक्टर जिसमें आईटीयू काम करता है वह है Standardization जिसे आईटीयू के साथ जोड़कर ITU-T भी कहा जाता है जिसमें Global Telecommunications के क्षेत्र में काम किया जाता है जिसके लिए याह कई Study Groups के साथ मिलकर काम करता है।

Development (ITU-D) : आईटीयू का तीसरा महत्वपूर्ण सेक्टर है Development (ITU-D) जिसे आईटीयू के साथ मिलकर ITU-D कहा जाता है और इसके अंतगर्त information and communication technologies का Equitable, Sustainable और Affordable Access प्रदान करने के लिए काम किया जाता है।

ITU (International Telecommunication Union) का महत्व

अब क्योंकि हम आपको आईटीयू क्या है, आईटीयू का उद्देश्य और आईटीयू के सेक्टर के बारे में पर्याप्त जानकारी दे चुके हैं तो ऐसे में यह बहुत ही जरूरी है कि आपको आईटीयू का महत्व भी पता हो! तो जानकारी के लिए बता दे की इंटरनेशनल टैली कम्युनिकेशन यूनियन विश्व भर में टेलीकम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी के सही वितरण और विस्तारण के क्षेत्र में कार्य करता है और कई देशों में टेलीकम्युनिकेशन सुविधाएं पहुंचाने में इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

निष्कर्ष!

ITU सबसे महत्वपूर्ण और देखा जाए तो सबसे पुरानी इंटरनेशनल उन एजेंसी में से एक है जो वर्तमान समय में भी कार्यरत है और बाखुदी अपना कार्य कर रही है परंतु इसके बारे में अभी काफी कम लोग जानते हैं। यही कारण कि हमने यह लिख तैयार किया है जिसमें हमने आईटीयू क्या है (ITU Kya Hai), आईटीयू का उद्देश्य क्या है, आईटीयू के सेक्टर जैसे सभी विषयों को कवर करते हुए आईटीयू की पूरी जानकारी आसान भाषा में देने की कोशिश की हैं तो उम्मीद है की आपको यह लेख पसंद आया होगा।

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